कालाष्टमी (१ मई २०२४ )
कालाष्टमी भगवन शिव के उग्र स्वरुप काल भैरव भगवान् को समर्पित होती है। यह दिन विशेष रूप से पूजा, तंत्र, मंत्र अनुष्ठान के लिए जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से की गयी पूजा या अनुष्ठान आपको कष्टों से मुक्ति प्रदान कर देते है।
मनोवांछित फल की प्राप्ति हेतु लोग इस दिन पूजा एवं अनुष्ठान करवाते है और जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख, संकट, काल, क्लेश यथाशीघ्र दूर करते है। वसुधेव कुटुंबकम की भावना से प्रेरित होकर एस्ट्रोसागा परिवार "सर्वे भवन्तु सुखिनः , सर्वे सन्तु निरामया " की भावना से जनकल्याण करने की और अग्रसर है। इसी के तहत विशेष पूजा अनुष्ठान जिनका खर्च बहुत ज्यादा आता है और त्वरित परिणाम की प्राप्ति होती है ऐसे पूजा पाठ एवं अनुष्ठान बहुत ही कम मूल्य पर अति अनुभवी आचार्यो के द्वारा हम करवाने जा रहे है।
ऐसे महवपूर्ण अनुष्ठान में भागीदार बने और जीवन में सुगमता का निर्माण करे। कुछ महत्वपूर्ण अनुष्ठान जिनकी लिस्ट नीचे दी गयी है , आप भी इन अनुष्ठानो को करवाकर बाधाओं से सुरक्षा प्राप्त कर सकते है जो आपको आपके उन्नति के मार्ग में अनवरत चलते रहने के लिए प्रेरित करेगा ।
इस दिन बनने वाला दुर्लभ योग
वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण संध्याकाल 08 बजकर 02 मिनट तक हो रहा है। इसके बाद शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही इस तिथि पर शिववास का भी योग बन रहा है।
इस दिन होने वाली विशेष पूजायें
शनि ग्रह शान्ति पूजा - 2100 /- बुक करे
राहु ग्रह शान्ति पूजा - 2100 /- बुक करे
केतु ग्रह शान्ति पूजा - 2100 /- बुक करे
कालसर्प दोष पूजन - 5100 /- बुक करे
रुद्राभिषेक पूजन - 5100 /- बुक करे
नोट - संयुक्त पूजा केवल एक दिन 1st May 2024 को संपन्न होगी l कालाष्टमी के दिन शनि राहु केतु ग्रह की वैदिक पूजा के साथ साथ रुद्राभिषेक एवं कालसर्प पूजा हेतु सर्वोत्तम है क्युकी संयुक्त पूजा आपको दसो दिशाओं से आर्थिक उन्नति के साथ साथ पूर्ण सुरक्षा प्रदान कर देती है।