दर्श अमावस्या क्यों महत्वपूर्ण है ?
दर्श अमावस्या के दिन चन्द्रमा पूरी रात्रि अदृश्य रहता है। इस दिन वायुमंडल में ऊर्जा का प्रवाह अति तीव्र होता है और इस दिन विशेष पूजा पाठ करवाने से मनोनुकूल परिणाम आते है। एस्ट्रोसागा इसी परिप्रेक्ष्य में कुछ विशेष पूजा की व्यवस्था आपके लिए करता है जहा अनुभवी पंडित आपके नाम और गोत्र का संकल्प लेके आपके लिए पूजन करते है जिसका पूर्ण प्रभाव आपको मिलता है।
नीचे महवत्पूर्ण पूजाओं के महत्व एवं लाभ के बारे में बताया गया है। आप भी इनमे से कोई एक पूजा या सर्व पूजा बुक कर सकते है और जीवन में होने वाली सकारात्मक बदलावों को अनुभव कर सकते है।
पितृ शांति एवं पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के लिए दर्श अमावस्या गया विशेष पितृ दोष निवारण पूजा
सर्व पित्रुओं की शांति, वंश वृद्धि एवं कार्यक्षेत्र में प्रगति, पारिवारिक क्लेश से मुक्ति के साथ ही नकारात्मकताओं को दूर करने के लिए गुरूड़ पुराण में पितृ दोष निवारण पूजा कारगर बताई गई है। पितृ दोष के कारण उत्पन्न होने वाले बाधाओं से मुक्ति के लिए यह पूजा अत्यंत लाभकारी है। दर्श अमावस्या के शुभ दिन पर गया कूप वेदी में इस पूजा का आयोजन किया जा रहा है। दिनांक 07 मई 2024, को होने वाली पितृ दोष निवारण पूजा में भाग लें और पारिवारिक एकता के साथ पितृ का आशीर्वाद पाएं।
पूजा लाभ (Puja Benefits )
पितृ शांति के लिए
पितृ दोष के कारण लोगों के जीवन में परेशानियां समाप्त होने का नाम ही नहीं लेती हैं। व्यक्ति चाहे जितना भी प्रयास कर ले, कोई भी काम सफल नहीं होता है। शास्त्रों में पितृ दोष निवारण के लिए पितृ दोष निवारण पूजा का विधान है। दर्श अमावस्या पर इस पूजा को करने से पितरों को शांति मिलता है।
पूजा लाभ (Puja Benefits )
पारिवारिक क्लेश से मुक्ति
कई बार कुछ घरों में पारिवारिक क्लेश कि कोई ठोस वजह तो नहीं होती लेकिन हमेशा ही तनाव का माहौल बना रहता है। घर में क्लेश होने का एक कारण पितृ दोष भी माना गया है, ऐसे में दर्श अमावस्या पर इस पूजा को करने से पारिवारिक क्लेश से मुक्ति मिलती है।